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नए राशन आवेदन को लट’काया!, नगर अध्यक्षा मंजू देवी ने मांगा तहसीलदार से स्पष्टीकरण

राशन कार्ड के लिए चिन्हित व वांछित लाभुकों का नाम जान बूझकर ऑनलाइन इंट्री नहीं करा पाने का आरोप नपं के तहसीलदार पर कोई और नहीं, बल्कि स्वयं नगर अध्यक्षा मंजू देवी ने लगाया है। नपं कार्यालय में तहसीलदार के पद पर नियुक्त मृत्युंजय कुमार उर्फ मुन्ना पर मनमानी करने एवं मिले जिम्मेवारी का बखूबी निर्वहन नहीं कर पाने का गंभीर आरोप लगाते हुए अध्यक्षा मंजू देवी ने त्वरित स्पष्टीकरण मांगा है। कार्यालय कर्मी से मांगे गये स्पष्टीकरण की प्रतिलिपि नगर कार्यपालक पदाधिकारी को भी उपलब्ध कराई गई है।

मांगे गए स्पष्टीकरण पत्र में कहा गया है कि बीते दिनों जरूरतमंद लाभुकों को राशनकार्ड से लैस करने के लिए जीविका दीदी के द्वारा घर-घर सर्वे कार्य किया गया था। जीविका दीदी द्वारा विभिन्न वार्डो में किये जा रहे सर्वे कार्य सह संचिका निर्माण मे मदद के लिए नगर पंचायत के (एसएचजी) तहसीलदार को नियुक्त किया गया था, जिसका मॉनिटरिंग मृत्युंजय कुमार के द्वारा किया जा रहा था।

सभी 24 वार्डो के लिए प्रतिनियुक्त जीविका दीदी सर्वे का विवरण नपं कार्यालय में जमा कर रही थी, जिसे विभाग के साइटों पर अपलोड करने का काम ऑपरेटर द्वारा किया जा रहा था। संग्रह से लेकर विभागीय साइट पर अपलोड करवाने की जिम्मेवारी मोनिटरिंग कर रहे तहसीलदार मृत्युंजय कुमार की थी। लगभग एक पखवाड़े बाद जब लाभुकों के बीच राशनकार्ड वितरण की तैयारी शुरू हुई तो पता चला कि सैकड़ो लाभुकों के नाम विभाग के साइट पर इंट्री ही नहीं हो पाया।

जिस कारण राशन के हकदार सैकड़ो गरीब व वंचित लाभुकों के हाथ फिर से राशनकार्ड तक पहुंचने से महरूम रह गए। सर्वे उपरांत प्राप्त हुए सभी आवेदनों को विभागीय साइटों पर अपलोड करवाने की जिम्मेवारी से बंधे मृत्युंजय कुमार की भूमिका को संदिग्ध, गलत मंशा एवं जनहित के कार्यों के प्रति घोर लापरवाही बरतने जैसे शब्दों से अंकित किया गया है।

पत्र प्राप्ति के उपरांत त्वरित स्पष्टी करण दिए जाने के निर्देश में तहसीलदार से कहा गया है कि आपके द्वारा बरते गए लापरवाही को लेकर क्यों नहीं आपके विरुद्ध दंडात्मक कार्यवाई की जाय?

● इस संबंध में तहसीलदार मृत्युंजय कुमार ने बताया कि मेरे द्वारा मॉनिटरिंग अवश्य किया जा रहा था, परंतु विभागीय साइटों पर इंट्री करने का कार्य कार्यालय के ऑपरेटरों द्वारा किया गया है। प्राप्त हुए सभी आवेदनों को इंट्री हेतु ऑपरेटर को सुपुर्द किया गया था। आवेदन की इंट्री क्यों और किन परिस्थितियों में नहीं हो पाई यह भलीभांति ऑपरेटर ही बता सकते हैं।

● इस संबंध में नगर कार्यपालक पदाधिकारी विनय कुमार ने बताया कि मांगे गए स्पष्टीकरण मामले की जानकारी हुई है। जिन लाभुकों का नाम विभागीय साइट पर किन्हीं कारणवश अपलोड नहीं हो पाया है, फिलहाल मौका उपलब्ध है उनके हाथ निराशा नहीं लगेगी। उनके नाम व विवरण को विभाग के साइटों पे डाल दिया जाएगा।

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