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घटना बाद से पाली गांव में दहशत का माहौल

विरुपुर थानाक्षेत्र के पाली गांव में इन दिनों दहशत का माहौल है। मछली मारने वाले मल्लाह समेत आम लोग डर के साये में जीने को मजबूर हैं। त्रिमुहानी गांव के ग्रामीणों द्वारा धमकी दिए जाने की बातें आम हो रही है। मछुआरे जहां अपने पेशे अनुरूप मछली मारने जाने से डरते हैं, तो वहीं महिलाएं अनहोनी के आशंकाओं से भयभीत हैं।

ग्रामीण महिलाओं में शामिल सुलो देवी, सुरती देवी, कमला देवी, शिवानी देवी, बदामी देवी सहित अन्य ने बताया कि जब वे बहियार में जानवरों के लिए घास लाने जा रहे हैं, तो त्रिमुहानी गांव के लोग जान से मारने की धमकी देते हैं। साफ कहते हैं कि अभी एक को मारा है, सबको मारेंगे। पशुओं के चारा लाने जाने में भी भय का साया है। जबकि पाली गांव का सारा मौजा (खेत) त्रिमुहानी क्षेत्र में ही पड़ता है।

स्वयं के खेतों की ओर लोगो को जाना ही जाना है। बतादें कि तीन दिन पूर्व ही हरुहर नदी में सीमांकन के खिलाफ मछली मारे जाने के विवाद को लेकर हुई गोलीबारी में पाली निवासी बबलू साहनी की जान चली गई थी। सिंघिया रकसहर टाल में हुए गोलीबारी को लेकर मृतक के पिता साहो साहनी के द्वारा पटना जिला स्थित त्रिमुहानी गांव के 12 लोगों के खिलाफ नामजद मामला दर्ज कराया था। जिसपर त्वरित कार्रवाई करते हुए विरुपुर पुलिस ने घोसवरी थाना के सहयोग से मुख्य अभियुक्त कामो साहनी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।

जबकि अन्य आरोपित अभी भी खुलेआम घूम रहे हैं। इस संबंध में थानाध्यक्ष दिलीप कुमार ने कहा कि स्थिति पूर्णतया नियंत्रण में है। ग्रामीण बेखौफ जीवन जियें। मुख्य अभियुक्त को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। जबकि अन्य की गिरफ्तारी को लेकर भी लगातार छापेमारी जारी है।

बड़हिया फोटो 01: समस्याओ से अवगत कराती महिलाएं

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